15 अग॰ 2018

ले नाच

बच्ची / बच्चा स्कूल से घर आते है मम्मी पापा को बताते है कि
मुझे 15 अगस्त पर "ले नाच" गाने पर नाचने का टास्क मिला है

मम्मी खुश पापा खुश .. शिक्षा गई भाड़ में

ठीक है सही से नाचना ध्यान रखना कहीं चोट ना लग जाए
हम भी आ रहे है देखने फर्स्ट इनाम मिलना चाहिए...

गलती किसकी है स्कूल की या पेरेंट्स की ?

देखिए ...
स्कूल अपने फायदे के लिए भीड़ इकट्ठा करने के लिए
आजादी के मौके पार इस तरह के बेहूदा प्रोग्राम करवाते है
लेकिन असल गलती हमारी है
पेरेंट्स ही बच्चे को नाचने के लिए प्रोत्साहित करते है
जब पता है कि स्कूल ने बच्चे को नाचने का टास्क दिया है
फिर भी हम स्कूल में जाकर इस बारे में शिकायत करने की जहमत नहीं उठाते ..
स्कूल किसी भी बच्चे को ज़बरदस्ती नाचने पर मजबूर नहीं करता...
उनका मकसद भीड़ होती है जो इस तरह के टास्क को देखने आसानी से अा जाती है....
आज़ादी का जश्न जो है